अगर आप इंटरनेट की दुनिया से releated है तो encryption or decryption नाम के शब्द को जरूर जानते होंगे. किसी भी data को encrypt करने के लिए encryption नाम के method को उसे किया जाता है. encryption का अर्थ है किसी भी data को शेयर करते समय उसे ऐसी भाषा में बदल देना जिसे कोई और पढ़ न सके. encryption का इस्तेमाल security के लिए किया जाता है बड़ी से बड़ी चाहे को कंपनी हो या कोई और अपने data को safely आदान-प्रदान करने के लिए encryption का इस्तेमाल किया जाता है. अगर हम किसी data को encrypt करते है तो उसे बिना decrypt किये किसी भी फाइल को आप नहीं देख सकते. encryption का इस्तेमाल hackers भी अपने data को छिपाकर भेजने के काम में लेते है.
Cryptography में encryption जानकारी सहायता से परिवर्तित करने की एक प्रक्रिया है. कई लोग cryptography के शब्द को सुन कर confuse हो जाते है. हम आपको बता दे की cryptography द्वारा की जाने वाली study को ही हम encryption कहा जाता है. अगर हम आसान भाषा में encryption और decryption को समझे तो हम कह सकते है की अगर कोई data हम encrypt करते है जैसे की हमारे पास कोई data है a,b,c,d,e,f अगर हम इस data को encrypt करना चाहे तो हम इसे numeric में encrypt कर सकते है जैसे a की जगह पे 5, b की जगह पे 6, c जगह पे 9, d की जगह 0, और f की jagah 3 अगर हम इसको एक साथ लिखते है तो ये abcdef-56903 इस तरह से आप किसी भी फाइल को दूसरे another word में change करके उसे encrypt कर सकते है. इसका फायदा ये होगा की कोई भी इस data को शेयर करते समय इस data को decrypt नहीं कर पायेगा यानि की उसे पढ़ या चुरा नहीं पायेगा.
अनुक्रम
Encryption क्या है. Encryption Meaning In Hindi
Encryption एक ऐसी प्रक्रिया है. जिसमे अपने data को hackers से बचाने से लिए इसका इस्तेमाल करते है. इस प्रक्रिया में हम अपने data को ऐसी शब्दों में परिवर्तित करते है की आम इंसान इसे ना तो पढ़ सके और ना ही उसे समझ सके. किसी file को encrypt से decrypt करने के पूरे process में हमारे पास two types की होती है. एक तो public key और दूसरा private key. public key वो होती है जो सबके पास होती है और private key वो जो सिर्फ user के पास होती है. जब हम किसी file को encrypt करते है. तो वो फाइल तब तक तक recieve करने वाले user तक नहीं पहुचेगी या decrypt होगी. जब तक की दोनों keys यानी की public key और private key दोनों match न हो जाये. example के लिए हम whatsapp की बात कर सकते है. उसमे में end to end encryption का इस्तेमाल किया गया है. उसमे भी same private key और public key दोनों होती है. और same ऊपर वाली परिक्रिया से ही उसे encrypt और decrypt किया जाता है.
Decryption क्या है . what is decryption In Hindi
Decryption एक ऐसी प्रक्रिया है. जिसमे हम encrypt file को यानि जो unread file हमने बनाई थी उसे पढ़ा जा सके ऐसी प्रक्रिया को decryption कहते है. अगर मैं आसान भाषा में कहुँ तो encrypt data को फिर से origional form में convert करने को decryption कहा जाता है.
तो चलिए इसे हम लोग एक example के द्वारा समझ लेते हैं.
मान लीजिए आप अपनी file अपने किसी दोस्त को भेजना चाहते हैं और आप नहीं चाहते कि कोई अन्य तीसरा व्यक्ति उसे पढ़ें. तो हम उस पर एक code की परत चढ़ा देंगे और उसका decryption code यानी कि उस data को origional करने वाला code अपने friend को दे देंगे. एक तरह से आप यूं कह सकते कि ताले की चाबी और हम अपनी फाइल को code की परत को चढ़ा कर अपने friend को send कर देंगे और वह उस फाइल को पढ़ने के लिए उस key जो दी हुई थी का इस्तेमाल कर के उसे दोबारा से data को decrypt कर देगा. जिससे कि वह file readable हो जाएगी और वह उसे आसानी से पढ़ पाएगा.
Types of encryption. एन्क्रिप्शन के प्रकार
Symmetric encryption
SYmmetric encryption वो होता है. जिसमे हम same key use करते है किसी भी data को encrypt और decrypt करने के लिए. यह दो लोगो के बीच मे data transfer करने के लिए सुरक्षित विधि मानी जाती है. इसे हम simple example से समझते है. मान लीजये एक ताले की दो चाभी है एक चाभी आप ने अपने दोस्त को दे दी है ताकि उस ताले को खोल कर वह data को पढ़ सके. तो जब आप अपने घर मे ताले को लगा कर चले जाते है तो जब आप का friend घर पर आता है और ताला लगा होता है तो वह उस दूसरी चाभी से ताले को खोल सकता है और वहाँ रह सकता है.
Asymmetric encryption
Asymmetric encryption में हमारे पास दो key होती है public key और private key public key जो सबके पास होती है. और private key वह जो reciever के पास होती है. इस प्रक्रिया को हम asymmetric encryption कहते है.
कुछ सबसे जादा सिक्योर Encryption कौन से है.
encryption को अलग-अलग तरीकों से करने के लिए हम अलग अलग standards का इस्तेमाल करते है इन्हें हम security algorithm के नाम से भी जानते हैं तो चलिए कुछ most popular encryption के बारे में जान लेते हैं.
Advanced Encryption Standard
Advanced Encryption Standard को हम AES भी कहते है. इस process में यह data को encrypt करने के लिए तीन keys का इस्तेमाल करता है. 128 bit, 192 bit, 256 bit, इन्हे हम security layer के नाम से जानते है या फिर इन्हे हम security layer कहते है. इसमें सबसे secure 256 bit security layer होती है.
Triple Data Encryption Standard
Triple Data Encryption Standard जिसे हम 3DES के नाम से भी जानते है. यह अपने data को encrypt करने के लिए 56 bit key का इस्तेमाल करता है. यह data को encrypt करने के लिए 56 bit के को तीन बार इस्तेमाल में लेता है.
Rivest–Shamir–Adleman (RSA)
इसे RSA के नाम से भी जानते है जैसा की इसके नाम से आपको पता लग ही गया होगा की यह तीन लोगो के नाम से मिलकर बना है.
Network encryption system कब शुरू हुआ था
Network encryption system की शुरूआत 1970 की हुई थी. इसे network layer encryption कहा जाता है. इसमें network के through जो भी data transfer होता है उस data को encrypted form transfer करता है. यह ऐसा इस लिए किया जाता है ताकि अगर उस network से और भी कोई computer जुड़ा हो तो, उस network से transfer होने वाले data को कोई read न कर सके.
Network encryption system का प्रयोग wifi router में किया जाता है. ताकि आप safe तरीके से internet का use कर सके.
Encryption को कहा–कहा use किया जाता है.
- Encryption का प्रयोग bank के data को store करने के लिए किया जाता है. ताकि कोई भी व्यक्ति आप का data की चोरी न कर सके.
- Encryption का प्रयोग website data के transfer में भी किया जाता है. जब आप किसी website को open करते है तो ऊपर की ओर green lock pad में https लिखा होता है इसका मतलब आप का data यहाँ पर encrypted है.
- data को store करने के लिए भी encryption का प्रयोग किया जाता है.
- Bank funds transfer करने के लिए भी encryption का उपयोग किया जाता है.
- Android devices में data को transfer करने भी encryption का प्रयोग किया जाता है.
- Windows में भी data को transfer करने के लिए भी encryption का उपयोग किया जाता है.
- Gaming networks platform पर भी encryption का प्रयोग किया जाता है.
- Encryption का प्रयोग wifi router network को secure करने के लिए भी किया जाता है ताकि जब उस newtwork से अगर और भी computer connected है तो जो भी आप data को transfer कर रहे है तो वह कोई other connected people का read कर पाए.
Encryption फायदे व नुकसान
Encryption और decryption का इस्तेमाल कहा किया जाता है. RSA एक बहुत secure algrothem है क्यो कि यह बहुत बड़ा encyption key 1024 bit और 2048 bit का इस्तेमाल करता है. और इसे decrypt करने के लिए भी दो keys का इस्तेमाल किया जाता है एक है public key और दूसरा है private key. इसमे आप public key का इस्तेमाल करके data को पढ़ सकते है लेकिन आप अगर आप को उस data को modify करने के लिए private key की जरूरत पड़ती है.
फायदे
- इससे उपयोग से आप का data चोरी होने पर भी किसी को कुछ नही मिलेगा जब तक उस का decryption code न मिलें.
- इससे आप का data secure हो जाता है.
- Encryption के द्वारा आप अपने data को secure transfer कर सकते है.
- इससे Data breach होने पर आप को notification मिल जाएगा.
- यह आप को भरोसा दिलाता है कि आप का backup data safe है.
नुकसान
- इसमे अगर आप के पास decryption key न हो तो आप का data का loss हो सकता है.
- Encrypted data आसानी से decrypt नही होता है.
- अगर data encrypted form में है तो आप उसका backup भी नही निकाल सकते है.
Conclusion
तो दोस्तों आप को हम ने इस post के माध्यम से बताया कि encryption क्या होता है. decryption क्या होता है. encryption कितने प्रकार के होते है. सबसे secure encryption कौन कौन से होते है. encryption के फायदे और encryption का उपयोग कहा किया जाता है.
आज के समय में अगर आप internet का इस्तेमाल करते हैं किसी के साथ अपने personal data को share करने के लिए. तो वहां encryption का होना बहुत आवश्यक होता है. क्योंकि encryption से आपको अपने data का सुरक्षित होने का भरोसा होता है. तथा अगर गलती से आपका कोई आप का personal data की चोरी कर लेता है. तो भी आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती. क्यों कि बिना decryption code के encrypted data को हासिल नहीं किया जा सकता. तो अगर आप Internet पर किसी भी data को शेयर करें. तो यह जरूर जांच लीजये की क्या आपका data encrypted form में जा रहा है या नहीं.
तो दोस्तों आपको हमारी यह जानकारी कैसी लगी आप comment box में जरूर बताएं और अगर इससे संबंधित कोई आपके मन में प्रश्न हो तो हमें comment करके पूछ सकते हैं. हमें आपके सवालों का जवाब देने में बहुत खुशी महसूस होगी.