आज के इस पोस्ट में जानेंगे कि Doctor कोसे बनते है। स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले हर बच्चे का कोई न कोई उद्देश्य होता है कोई बड़ा होकर व्यापारी बनना चाहता है कोई बड़ा होकर, इंजीनियर बनना चाहता है कुछ बच्चे का मां बाप बचपन से ही चाहते हैं कि उनका बच्चा बड़ा होकर डॉक्टर बने कुछ बच्चे बचपन में ही अपना उद्देश्य लेकर तैयार होते हैं और वे डिसाइड करते हैं कि वह बड़े होकर डॉक्टर बनेंगे और वे उसी के हिसाब से पढ़ाई करते हैं। अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो हमारी यह पोस्ट आपको डॉक्टर बनने के लिए तैयार करती है और आपको यह बताती है कि किन किन बातों का ध्यान रखकर आप डॉक्टर बन सकते हैं।
अनुक्रम
डॉक्टर शब्द को जाने
बहुत सारे लोगों में बहुत सारा कंफ्यूजन होता है डॉक्टर शब्द किसके सामने लगता है कई तरह के लोगों को हम अपने नाम के सामने डॉक्टर लगाते हुए देखते हैं जैसे वैज्ञानिक के नाम के सामने भी डॉक्टर लगता है एक PHD किए हुए अध्यापक के नाम के सामने भी डॉक्टर लगता है और दवाई दे रहे हैं एक doctor के सामने भी डॉक्टर लगता है आखिर डॉक्टर शब्द है क्या और किसके साथ लगता है। आज हम आपको कुछ ऐसे शब्दों के बारे में बताते हैं जिन्हें करने के बाद लोगों के नाम के सामने डॉक्टर शब्द लगने लगता है.
पीएचडी (PhD) : इसे करने के बाद वैज्ञानिक या फिर अध्यापक बनते हैं यह शिक्षा के साथ की सबसे बड़ी डिग्री में से एक है।
एमबीबीएस (MBBS) : इसे करने के बाद हम वह वाला डॉक्टर बनते हैं जो बीमार लोगों का इलाज करता है।
बीडीएस (BDS) : इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप दंत चिकित्सक बनते हैं ।
बीपीटी (BPT) : इस कोर्स को करने के बाद आप फिजियोथैरेपी करने वाले डॉक्टर बनते हैं।
बीएएमएस (BAMS) : यह कोर्स करने के बाद आप आयुर्वेदिक डॉक्टर बनते हैं।
बीएचएमएस (BHMS) : यह करने के बाद आप होम्योपैथिक डॉक्टर बनते हैं।
बी यू एम एस (BUMS) : इसे करने के बाद आप यूनानी डॉक्टर बनते हैं।
बीयूएमसी एंड एएच (BUMC &AH) : इसे करने के बाद आप पशु चिकित्सक बनते हैं।
बीओटी (BOT) : इस कोर्स को करने के बाद आप व्यावसायिक थेरेपी करने वाले डॉक्टर बनते हैं।
चिकित्सकों के प्रकार
डॉक्टर दो प्रकार के होते हैं :-
- एलोपैथिक डॉक्टर
- ओस्टियोपेथिक डॉक्टर
आज हम जिस डॉक्टर के बात कर रहे हैं वह एमबीबीएस डॉक्टर जो डॉक्टर हमारा इलाज करता है हमारी बीमारी ठीक करता है । आज हम आपको उसी डॉक्टर के बारे में बताने जा रहे हैं कि उसको बनने की क्या क्या प्रक्रिया है।
Doctor बने के लिए मुख्य योग्यताएं
डॉक्टर बनने के लिए जो जरूरी चीजें है वह नीचे दी गई है।
- डॉक्टर बनने के लिए आपके पास कक्षा 11 और 12 में फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट का होना बहुत जरूरी है
- डॉक्टर बनने के लिए हर कैंडिडेट के हर सब्जेक्ट में कम से कम 50 परसेंट अंक होने अनिवार्य है।
- विद्यार्थी की उम्र 25 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। एससी एसटी ओबीसी के छात्रों के लिए उम्र सीमा में नियमानुसार छूट है।
- इंग्लिश भाषा पर अच्छी पकड़ होना अनिवार्य है।
- सबसे महत्वपूर्ण बात कठिन परिश्रम करने वाला होना चाहिए।
मेडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा
मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए आपको सबसे पहले एमसीएटी की परिक्शा को पास करना होगा। यह परीक्षा ऐसे ही पास नहीं होते कि आप एग्जाम में गए परीक्षा दिया और पास हो गए इसलिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि यह परीक्षा कुल 7:30 घंटे की होती है इसी से आप समझ गए होंगे कि इस परीक्षा को पास करने के लिए आपको कितनी कड़ी मेहनत करनी होगी । क्योंकि कोई नहीं चाहेगा कि इस परीक्षा को दोबारा दे । इससे आप स्वतः ही समझ गए होंगे कि कितने दिन पहले से आपको परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए और किस किस प्रकार से परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए।
प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें
MBBS की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए आपको कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है और इसकी तैयारी आपको पहले से ही शुरू कर देनी होती है जब आप हाई स्कूल में होते हैं। नीचे तैयारी करने कुछ टिप्स दी गई है।
1) SAMPLE पेपर की मदद
बाजार मे बहुत तरह के सैम्पल पेपर उपलब्ध है उन्हे हल करके अपनी क्षमताओं का आकलन करना परिक्षा की तैयारी करने का बहुत ही अच्छा तरीका है। इससे आप अपने समय और प्रश्न हल करने की क्षमता दोनो का आकलन कर सकते हो। आपको सैम्पल पेपर हल करने मे कितना समय लगा और कितने प्रश्नो के उत्तर आपने सही दिये और कितनो के गलत दिये। लगातार अभ्यास करने से आपकी तैयारी अवश्य ही अच्छी होगी।
2)हाई स्कूल collage अच्छे से करे
हाई स्कूल और collage पर ही मैडिकल की परिक्षा का सारा जोर होता है क्योकि सारे प्रश्न हाई स्कूल और इण्टर के कोर्स से ही आते है यदि आपने हाई स्कूल और इण्टर अच्छे से पढाई करके की है तो आपको प्रवेश परिक्षा मे कोई परेशानी नही होगी और आप आसानी से परिक्षा पास कर सकते है लेकिन अगर आपने हाई स्कूल और इण्टर को हल्के मे लिया तो मैडिकल की परिक्षा आपको भारी लगने वाली है।
3)Internet की मदद ले
किसी भी प्रतियोगी परिक्षा की तैयारी करने का यह आज कल सबसे अच्छा तरिका है कि आप इन्टरनेट की मदद से तैयारी करे। क्योकि इन्टरनेट पर आपको जो भी आप चाहोगे वह सभी मैटेरियल मिल जायेगा। चाहे तो आप प्रश्नपत्र हल कीजिये और चाहे आप पढ कर तैयारी कीजिये आपको सभी प्रकार की सहायता वहॉ पर मिलेगी। आप वहॉ पर विभिन्न प्रकार की वेबसाइटो पर विभिन्न प्रकार के सुझाव पढ कर भी अपनी तैयारी कर सकते है।
4)किताबो के द्वारा
बाजार विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा पुस्तके उपलब्ध है जो आपको विभिन्न प्रकार से ज्ञानकारी देकर, प्रश्नपत्र के माध्यम से और सोल्ड-अनसोल्ड के माध्यम से आपकी तैयारी करने मे आपकी मदद करती है। यह एक बहुत ही अच्छा तरीका है जिससे आप प्रवेश परिक्षा के लिए तैयार हो सकते हो।
5)Coaching Class Join करके
प्रवेश परीक्षा को पास करने के लिए आपको बहुत ही कडी मेहनत की आवश्यकता होती है और इसी कडी मेहनत के क्रम मे आते है विभिन्न प्रकार से प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी करा रहे कोचिंग सैंटरस । कहने का मतलब है आप किसी अच्छे से कोचिंग सेन्टर को ज्वाइन करके अपनी परिक्षा की बेहतर तैयारी कर सकते है क्योकि वे आपको बिल्कुल सटीक तैयारी कराते है और उन्ही सब्जेक्टस पर पढाई कराते है जो परीक्षा मे आने है।
मैडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन
अपनी परीक्षा के तैयारी पूरी करने के बाद आप मैडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करते है यह पवेश परीक्षा तीन चरणो मेरी होती है यानिके आपको तीन परिक्षाऐ देनी होती है कुल मिलाकर ये परिक्षाए 7.5 घंटे की होती है जोकि अपने आप मे ही बहुत लम्बा समय होता है।
AIPMT प्रवेश परीक्षा
यह परीक्षा एक सक्रीनिंग टैस्ट होती है जो भारी संख्या मे उपस्थित अभ्यर्थीयो को कम करने के लिए आयोजित की जाती है जिससे भीड कम हो जाये इसमे 100 प्रश्न आते है और तीन घंटे का समय मिलता है इस परीक्षा के माध्यम से होनहार विधार्थीयो को छांटा जाता है और फिर उन्हे फाइनल परीक्षा के लिए भेज दिया जाता है।
फाइनल परीक्षा
AIPMT प्रवेश परीक्षा के बाद छाटे गये होनहार छात्रो की फाइनल परीक्षा होती है यह परीक्षा दो चरणो मे पूरी होती है प्रत्येक चरण दो-दो घंटे का होता है। एक चरण मे Physics and chemistry को आधार बना कर परीक्षा ली जाती है और सारे प्रश्न इन्ही दो सब्जेक्ट पर आते है और दूसरे चरण मे Zoology and Botany को आधार बना कर परीक्षा ली जाती है और सारे प्रश्न इन्ही दो सब्जेक्ट पर आते है।
यदि आप मैडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा बहुत ही अच्छे नम्बरो से पास कर लेते हो तो आपको किसी सरकारी मैडिकल कॉलेज मे दाखिला मिल जायेगा अगर आपके नम्बर कम आते है तो आपको प्राइवेट कॉलेज मे दाखिला लेना होगा जिसकी फीस बहुत ज्यादा होती है।
प्राथमिक आवेदन
मैडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद आपको किसी अच्छे मैडिकल कॉलेज मे अपना प्राथमिक आवेदन करना होता है इसमे आपके सभी आधिकारिक प्रतिलिपियॉ लगती है साथ मे एक सीवी और मैडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा MCAT का स्कोर जो आपने पाया है लगता है।
माध्यमिक (फीस की मॉंग) आवेदन
प्राथमिक आवेदन के बाद कॉलेज सभी आवेदनो को अपनी उपस्थित सीटो के हिसाब से एक मैरिट तैयार करता है जिसमे अच्छे स्कोर वाले छात्रो का मैडिकल कॉलेज आवेदन स्वीकार कर लेता है और कम स्कोर वाले छात्रो को छोड दिया जाता है इस जगह कॉलेज छात्रो से फीस की मॉंग करता है मैडिकल कॉलेज की फीस लगभग 4.5 लाख रू तक होती है।
साक्षात्कार
इस चरण मे बच्चो का साक्षात्कार होता है और इसके बाद उनका कॉलेज मे प्रवेश हो जाता है। मैडिकल की पढाई 3 साल से लेकर 5.5 साल तक की होती है MBBS की पढाई 5.5 साल की होती है।
MBBS के लिए मैडिकल प्रवेश परिक्षाऐं
हमारे देश मे अनेको तरह की मैडिकल प्रवेश परिक्षाऐं आजोजित की जाती है जिनमे से कुछ उदाहरण मै नीचे दे रहा हू।
- MCAT
- AIIMS
- AIPMT
- AFMC
- दिल्ली मे मैडिकल प्रवेश परिक्षाऐं
- आन्ध्रप्रदेश मे मैडिकल प्रवेश परिक्षाऐं
- MP DMAT
- DMAT आदि।
प्रमुख मैडिकल कॉलेज
- अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान
- आर्मी कॉलेज ऑफ मैडिकल साईंसेस
- गुरू गोविन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविधालय
- जामिया हमदर्द विश्वविधालय
- हमर्दद इन्सटीटयूट ऑफमैडिकल साईसेस एंड रिसर्च
- लेडी हार्डिंग मैडिकल कॉलेज
- मौलाना आजाद मैडिकल कॉंलेज
- मुजफफरनगर मैडिकल
अधिकांश चिकित्सा विधालयो मे होने वाली मुख्य कक्षाऐं।
ज्यादातर विधालयो मे मैडिकल की पढाई के अन्तर्गत जो सिलेबस चलता है उसकी एक छोटी सी ब्रीफ मै नीचे आपको समझाने के लिए दे रहा हू।
- विज्ञान के दो सैमेस्टर और उनकी प्रयोगशाला
- अकार्बनिक रसायन के दो सैमेस्टर और उनकी प्रयोगशाला
- जैविक विज्ञान के दो सैमेस्टर और उनकी प्रयोगशाला
- गणित के दो सैमेस्टर कम से कम एक कैलकुश मे
- भौतिक के दो सैमेस्टर और उनकी प्रयोगशाला
- अंग्रेजी और/या लेखन के दो सैमेस्टर।
- सभी मैडिकल कॉलेज मे लगभग यही सब पढाया जाता है जो मैने आपको उपर की कुछ लाइनो मे बताया है
Doctor बनने के लिए उपर मैने आपको विस्तृत जानकारी दी है इसे मै संक्षेप मे समझाता हू। सबसे पहला काम तो आपका सपना होता है कि अगर आपको डा0 बनना है तो आपको कक्षा 9 से ही तैयारी शुरू कर देनी पडती है क्योकि प्रवेश परीक्षा मे कक्षा 9 से 12 तक के प्रश्न ही हल करने के लिए आते है उसके बाद आपको एमसीएटी का एक 7.5 घंटे का पेपर देकर कॉंलेज मे दाखिला लेना होता है फिर आप अपना आवेदन करते है अच्छे नम्बरो से पास होने पर सरकारी कॉलेज और कम नम्बरो से प्राईवेट कॉलेज मे आपका आवेदन स्वीकार किया जाता है फीस जमा करने के बाद आपका साक्षात्कार होता है और आपका मैडिकल कॉलेज मे प्रवेश हो जाता है इन सबमे सबसे महत्वपूर्ण बात है कडी मेहनत यदि आपने कडी मेहनत की है तो ही यह सब सम्भव होता है। 5.5 साल मैडिकल की पढाई को देने के बाद आप अपनी मैडिकल की प्रैक्टिस करने के लिए तैयार हो जाते हो अब चाहे तो आप अपनी खुद का अस्पताल बना सकते हो या फिर सरकारी अस्पताल मे नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हो ये आपकी इच्छा है।
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